हिमाचल प्रदेश राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला मंगलवार को दौरा किया अटल सुरंग और कहा कि इससे न सिर्फ प्रमोशन होता है पर्यटन गतिविधियाँ बल्कि साल भर मनाली-केलोंग और लेह के बीच उनकी यात्रा के समय और दूरी को कम करके स्थानीय लोगों के लिए एक वरदान के रूप में भी काम करता है। दौरे के दौरान बीआरओ के कमांडिंग ऑफिसर संदीप सिंह ने राज्यपाल को हर 400 मीटर पर खुलने वाली एस्केप टनल के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि सुरंग उन अधिकांश स्थलों को बायपास करती है जहां सड़क अवरोध, हिमस्खलन और ट्रैफिक जाम का खतरा था। राज्यपाल ने कहा कि यह सुरंग, दुनिया में 10,000 फीट से ऊपर की सबसे ऊंची राजमार्ग सिंगल-ट्यूब सुरंग है जो दोनों तरफ के क्षेत्रों को जोड़ती है। लाहौल-स्पीति और कुल्लू, उन स्थानीय लोगों के लिए एक वरदान है जो साल भर यात्रा करते हैं क्योंकि इससे यात्रा का समय कम हो जाता है। यह क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को भी बढ़ावा देता है।
बाद में राज्यपाल ने सिस्सू झील का भी दौरा किया। यहां जारी एक बयान में कहा गया कि उन्होंने कहा कि अगर लोग लाहौल घाटी की सुंदरता को नहीं देखेंगे और उसका आनंद नहीं लेंगे तो हिमाचल प्रदेश की यात्रा व्यर्थ है। उन्होंने कहा, “हालांकि पूरा हिमाचल सुंदर है, लेकिन लाहौल की सुंदरता को शब्दों में वर्णित नहीं किया जा सकता है। हमें बस इसकी पवित्रता, प्राचीन पर्यावरण और स्वच्छता का ध्यान रखना है।”